तय हुआ कि भैंस की आगाड़ी - पिछाड़ी बाँध दी जाए और फिर काबू में लाकर दूध दुर लिया जाए। बस,
झूले की रस्सी उतारकर भैंस के पैर बाँध दिए गए। पिछले दो पैर चाचाजी की चारपाई के पायों से बाँध अगले दो पैरों
को बाँधने की कोशिश जारी थी कि भैंस चौकनी हो गई । छूटकर जो भागी तो पहले चाचाजी समझे कि शायद कोई
सपना देखा रहे हैं। फिर जब चारपाई पानी के ड्रम से टकराई और पानी छलककर गिरा तो समझे कि आँधी - तुफान
में फंसे हैं। साथ में भूचाल भी आया हुआ है। फिर जल्दी ही उन्हें असली बात का पता चल गया और पलंग की दोनों
पटियाँ पकड़े, बच्चों को छोड़ देनेवालों को बुरा - भला सुनाने लगे।
क) किसने क्या तय किया?
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The Convention on the Elimination of All Forms of Discrimination against Women, for example, covers the right to protection from child marriage in article 16, which states: “The betrothal and the marriage of a child shall have no legal effect, and all necessary action, including legislation, shall be taken to specify a ...
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Answer:
The seagull didn't have the courage to fly . Hence, he used to make excuses for not flying. He felt certain that his wings were to weak to support him. That's why he was exhausted by the strange excersise
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