tell 1 sentences for each one
Attachments:
Answers
Answered by
1
Answer:
हमेशा सत्य और प्रिय बोले
वाणी मूर्खो की समझ में नहीं आती और अधिक बोलना विद्वानों को उद्विगन करता है । सत्य बोलें , प्रिय बोलें , किन्तु अप्रिय सत्य न बोलें । किसी साथ व्यर्थ वैर और शुष्क विवाद न करें । जो अपने मुख और जिह्वा पर संयम रखता है , वह अपनी आत्मा को सन्तापों से बचाता है ।
Mark me Brainlist
Answered by
0
Answer:
हमेशा सत्य और प्रिय बोले
- वाणी मूर्खो की समझ में नहीं आती और अधिक बोलना विद्वानों को उद्विगन करता है ।
- सत्य बोलें , प्रिय बोलें , किन्तु अप्रिय सत्य न बोलें ।
- किसी साथ व्यर्थ वैर और शुष्क विवाद न करें ।
- जो अपने मुख और जिह्वा पर संयम रखता है , वह अपनी आत्मा को सन्तापों से बचाता है ।
Explanation:
HOPE IT HELPS YOU. MARK AS BRAINLIEST IF YOU LIKE IT.
Similar questions