tell me a hindi story of approx 2 pages
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Answer:
मेरे ढेर सारे दोस्त हैं। कुछ नन्हे-मुन्ने हैं , कुछ उनसे बड़े है , और कुछ उनसे भी बड़े। मेरे कुछ दोस्त पापा के बराबर हैं , कुछ उनसे भी बड़े , मेरे कुछ दोस्त दादाजी की उम्र के भी हैं। मेरे कुछ दोस्तों की मूँछे भी है। मेरे और भी ढेर सारे दोस्त हैं जिनके पास सिंघ है , पूँछ है। कुछ ऐसे भी दोस्त हैं जो उड़ते भी हैं , उनके प्यारे-प्यारे , रंग-बिरंगे पंख भी हैं। उन सब में मेरा प्यारा दोस्त कौन है ? बताऊं ? बताऊं ?
मेरी मां।
नैतिक शिक्षा –
माँ बालक की दोस्त , गुरु और सब कुछ होता है। स्वर्ग का रास्ता भी माँ के चरणों से होकर जाता है।
Moral of this story –
Mother plays of every characters. According to the situation for the sake of well being of her child.
मोटू राजा पतलू कुत्ता
एक मोटा राजा था , उसकी तोंद भी निकली हुई थी , वह चल भी नहीं पाता था। उस राजा के पास एक पतलू कुत्ता था। एक दिन मोटू राजा अपने कुत्ते के साथ बैठा हुआ था। पतलू कुत्ते को एक बिल्ली देखी , वह बिल्ली म्याऊं – म्याऊं चिल्ला रही थी। पतलू कुत्ता उसके पीछे भागा , पतलू को देखकर बिल्ली भागी और उसे पकड़ने के लिए मोटू राजा भी भागा। मोटू राजा पतलू कुत्ता दोनों भागते रहे , भागते रहे , चार दिन भागते रहे। आखिर में मोटू राजा ने पतलू कुत्ते को पकड़ लिया , बताओ क्यों पकड़ लिया ? क्योंकि ! मोटू राजा अब पतला हो गया था ना।
नैतिक शिक्षा –
बैठे रहने से मोटापा आता है और ढेर सारी बीमारी भी लाता है।
Moral of this story –
Do exercise and stay fit always. Hindi stories second story ends here.
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