"Temple entry movement"
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मंदिर में कदम रखते ही उन स्त्रियों से आशीर्वाद लेते हैं कहा जाता है कि बाहर से आशीर्वाद लेने वहां से आशीर्वाद लेने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है जैसे भगवान के पांव छूते हैं वैसे ही मंदिर चढ़ते मंदिर की सीढ़ियां चढ़ते समय वह उन सीढ़ियों के पाउच हुए जाते हैं |
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