प्र० 1 भँवरे के प्रति काँटे का व्यवहार निष्ठुर क्योँ है ?
Answers
Answered by
0
Answer:
भँवरे के प्रति काँटे का व्यवहार निष्ठुर क्योँ
Explanation:
Answered by
4
कवि हरिऔध जी कहते हैं-फूल और कांटे एक ही पौधे पर आते हैं, लेकिन दोनो का स्वभाव अलग-अलग होता है। इसलिए अच्छे कुल में जन्म लेने से कुछ नहीं होता, कर्म और स्वभाव अच्छा होना चाहिए। केवल लोग अच्छा भी करेंगे और सम्मान भी करेंगे। कवि कहते हैं - फूल और कांटे एक ही पौधे पर जन्म लेते हैं। उन्हें एक ही हवा का झोंका और एक ही चांद की रोशनी मिलती है। फिर भी उनके ढंग एक से नहीं होते
♡──━━━━━━⊱✿⊰━━━━━━──♡
Similar questions