❍ Compose a poem on father in Hindi
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❍ Compose a sad poetry on life in Hindi
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Explanation:
THANKS FOR PROVIDING THE OPPORTUNITY HERE :-)
अकेले ही चल रहा
इन रातों में कुछ बात नहीं।।
हलचल है इन अंधेरों में
पर सब दूर है , अब कोई साथ नहीं।
अकेले ही चल रहा
इन रातों में कुछ बात नहीं।।
अपने रौशनी से चांद है रास्ता दिखा रहा
बस चल रहा हूं इसी रौशनी के साथ
जो यादें है छोड़ आया, उनका अब फरियाद नहीं।
अकेले ही चल रहा
इन रातों में कुछ बात नहीं।।
नीचे है ज़मीन और ऊपर आसमां वहीं
है आगे बढ़ रहा , अब किसी की परवाह नहीं।
क्युकी
अकेले ही चल रहा
इन रातों में कुछ बात नहीं।।
चलते चलते मै इन सर्द हवाओं से बतिया रहा
देखकर मेरी ज़िद , है ये मौसम भी सीश झूका रहा
पर फिर भी लग रहा ये सफर कुछ खास नहीं।
अकेले ही चल रहा
इन रातों में कुछ बात नहीं।।
इन्हीं रातों में ये बूंदे भी मुझे सता रहे
ऐसा लगता है ये भी अपनी दूख है जता रहे
अब जो दे था है ये समा हमारे लिए सब कुछ वहीं।
अकेले ही चल रहा
इस रातों मै कुछ बात नहीं।।
© SHIVANG
_________________________
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2
Answer:
Explanation:
Father is also know s dad.He is also a main member in our family.Generally a family consist of mother,father,son ,daghter.If father is not tgere the family is not to be said that it is a family.Father
is a person who gave the money for school,home ,kitchen etc
Hope it helps
I can't tell anymore about this sorry
Have a great time
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