दी 1. उपभाषा किसे कहते हैं, हिन्दी उपभाषाओं को कितने वर्गों में बाँटा गया है?
Answers
उपभाषा (अंग्रेज़ी: dialect, डायालॅक्ट) किसी भाषा के ऐसे विशेष रूप को बोलते हैं जिसे उस भाषा के बोलने वाले लोगों में एक भिन्न समुदाय प्रयोग करता हो। अक्सर 'उपभाषा' किसी भाषा के क्षेत्रीय प्रकारों को कहा जाता है, उदाहरण के लिए छत्तीसगढ़ी, हरयाणवी, मारवाड़ी, ब्रजभाषा और खड़ीबोली हिन्दी की कुछ क्षेत्रीय उपभाषाएँ हैं।[1] लेकिन कभी-कभी किसी सामजिक वर्ग द्वारा प्रयोग होने वाली भाषा की क़िस्म को भी 'उपभाषा' कह दिया जाता है। कभी-कभी उपभाषा को बोली भी कहते हैं, हालाँकि यह शब्द मानक भाषाओं के लिए भी इस्तेमाल होता है।[2]हिंदी भाषा की 5 उपभाषाएँ है।
1. पश्चिमी हिंदी- खड़ी बोली , ब्रज भाषा, बांगरू, बुंदेली, कन्नौजी
2. पूर्वी हिंदी – अवधि , बघेली, छत्तीसगढ़ी
3. राजस्थानी – मारवाड़ी, मेवाड़ी, ढूढाडी,हाड़ोती,मेवाती,वागड़ी, मालवी
4. पहाड़ी- गढ़वाली, कुमायूंनी,पश्चिमी पहाड़ी
5. बिहारी – भोजपुरी, मैथिली
हिंदी भाषा की कई उप भाषाएँ है इनमे से कुछ निम्न है:-
मुख्य रूप से 13 है-
1. राजस्थानी
2.अवधि
3.ब्रज भाषा
4.भोजपुरी
5.हरियाणवी
6.कन्नौजी
7.छत्तीसगढ़ी
8.मालवी
9.कुमाउँनी
10.झारखंडी
11.मगही
ओर भी कई है।
Answer:
इस प्रश्न का प्रासंगिक उत्तर इस प्रकार है:
Explanation:
हिंदी में कई उपभाषा (बोलियाँ) हैं। इनमें से कुछ ने सचमुच उच्चकोटि का साहित्य तैयार किया है। ब्रजभाषा और अवधी समान बोलियों में प्रमुख हैं। ये बोलियाँ हिंदी की व्याख्या हैं और इसकी शक्ति भी। वे हिंदी की जड़ों को गहरा करते हैं। हिंदी की बोलियाँ हैं और उन बोलियों की उप-बोलियाँ हैं, जिनमें न केवल अपने आप में एक महान परंपरा, इतिहास, समाज है, बल्कि इसी तरह स्वतंत्रता संग्राम, जनसंघर्ष, तात्कालिक बाजारवाद के खिलाफ दुनिया अपने आविष्कार से आशंकित है।
हिन्दी उपभाषाओं को कितने वर्गों में बाँटा गया है |
उपभाषा खंड:-
1. पश्चिमी हिंदी -
- खड़ी बोली या कारवा
- ब्रज
- हरियाणी
- बुंदेली
- कन्नौजी
2. पूर्वी हिंदी -
- अवधी
- बघेली
- छत्तीसगढ़ी
3. राजस्थानी -
- मारवाड़ी-मेवाड़ी
- जयपुरी-हाड़ौती
- मेवाती-अहीरवाटी
- मालवी
4. बिहारी -
- भोजपुरी
- मगही
- मैथिली
5. पहाड़ी -
- पश्चिमी
- मध्यवर्ती पहाड़ी
- पूर्वी पहाड़ी (नेपाली)
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