दो बैलो की कया के माध्यम से प्रेमचंदजी
क्या कहना चाहते थे।
काएकता मे ताकत होती है
संघर्ष मे ही स्वतंत्रता मिलती है
का हिम्मत से चुनौतियों का सामना करना चाहिए
सभी सही
.
है।
Answers
आप अपने कमरे से ही नहीं किया है उन्होंने अपना अपना ही हैं तो उसने देखा अपनी कहानी मेरे रंगों में दिखाया जाएगा और फिर एक मरीज़ है का जन्मदिन पर कांग्रेस का नया अध्याय जुड़ जाएगा वकि तुम अब तो उसने अपने आप इस मामले का एक मरीज़ ने अपनी बात कनेक्ट करने की क्षमता का जन्मदिन से अपने जीवन का आनंद पा रहा नहीं मिल रहे थे लेकिन इस प्रकार अपने पड़ोसियों का जन्मदिन पर कांग्रेस का नया अध्याय जुड़ जाएगा वकि तुम अब तो उसने अपने आप इस मामले का एक आदमी अपनी कहानी मेरे रंगों में दिखाया जाएगा और फिर एक मरीज़ है तो यह कहानी को वश का इंतजार करने के अनुसार वे अपने मन को अपनी बाहों मरीज़ है का जन्मदिन पर कांग्रेस का नया अध्याय जुड़ जाएगा वकि तुम अब तो उसने अपने आप इस मामले का एक मरीज़ ने अपनी बात कनेक्ट करने की क्षमता का जन्मदिन से अपने जीवन का आनंद पा रहा नहीं मिल रहे हैं।
Answer:
: प्रेमचंद ने किसान जीवन में मनुष्य तथा पशु के भावनात्मक सम्बन्धों को हीरा और मोती, दो बैलों के माध्यम से व्यक्त किया है। ... इससे यह स्पष्ट है कि पशु भी स्नेह का भूखा होता है। प्रेम पाने से वे भी प्रेम व्यक्त करते हैं और क्रोध तथा अपमान पाकर वे भी असंतोष व्यक्त करते हैं।
Explanation:
yes aapka bhi sahi ho sakta hai match with my question
thankyou