५.दिए गए अधूरे कथा में अपने विचार जोड़कर कथा पूरी कीजिए । ५
एक समय की बात है। एक तालाब में एक कछुआ रहता था। जब भी वह पक्षियों को आकाश में उड़ते
हुए देखता तो मन - ही - मन सोचता काश! में भी इनकी तरह उड़ पाता ।
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Answers
कछुआ सोचता क्या मैं भी कभी इस तरह आसमान में उड़ पाऊंगा. एक दिन नदी किनारे दो दो पक्षी बैठे आपस में बात कर रहे थे कछुआ उनके पास गया और कहा कि उसे आसमान में उड़ने का मन है. वह भी उनकी तरह आसमान में उड़ सकता है. वो पानी में रहते रहते ऊब गया है पक्षियों ने उसे समझाया कि ईश्वर ने उसे जिस तरह बनाया है उसे उसी तरह रहना चाहिए.परंतु कछुआ कछुआ जिद पर अड़ा रहा कि नहीं उसे ऊपर ही उड़ना है आखिरकार पक्षियों ने हार मान कर उसे ऊपर उड़ाने की बात मान ली अगले दिन वह कछुए को अपनी पीठ पर बैठाकर ऊपर उड़ाने ले जाने लगे.थोड़े दिन तक ऐसा चलता रहा परंतु फिर एक दिन ध्यान ना देने की वजह से कछुआ ऊपर से गिर गया और उसे काफी चोटें आई . ओके पक्षी मित्रों ने उसे समझाया कि ईश्वर ने हमें जैसा बनाया है हमें वैसा ही रहना चाहिए ज्यादा लालच नहीं करना चाहिए उससे खुद को तकलीफ होती है .