दिए गए प्रश्नों का उत्तर एक वाक्य में दीजिए।
पता जीवन की कला सिखाती है। जब देखता हूँ कि हमारा समाज आज हमारी संस्कृति के मौलिक सिद्धांती
की अवहेलना करता है, तब मेरा हाथ कटता है। आप चाहे जहाँ आएं, परंतु संस्कृति के मौलिक सिद्धांतों को सदैव साथ
रखें। संसार के सारे सुख क्षणभंगुर एवं अस्थायी होते हैं। वास्तविक सुख हमारी आत्या में ही है। चरित्र नष्ट होने से मनुष्य
का सबकुछ नए हो जाता है। संसार के राज्य पर विजयी होने पर भी आत्या की हार सबसे बड़ी हार है। यही है हमारी
सस्कृति का मार, जो अभ्यास द्वारा सुगम बनाकर कार्गरूप में परिणत किया जा सकता है
47. गीता सिखाती है?
50. समर के सारे सुख कैसे होते है?
51. मनुष्य का सबकुछ कर नष्ट हो जाता है?
52. इस परिषद को उचित शीर्षक दीजिए। 5 ans
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1 गीता जीवन की कला सिखाती है।
2 संसार के सारे सुख क्षणभंगुर एवं अस्थायी होते हैं।
3 चरित्र नष्ट होने से मनुष्यका सबकुछ नए हो जाता है।
4 आज हमारी संस्कृति
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