दिए गए पद्यांश का ससंदर्भ भावार्थ लिखिए-
सृजन शांति के वास्ते है ज़रूरी
कि हर द्वार पर रोशनी गीत गाए,
तभी मुक्ति का यज्ञ यह पूर्ण होगा
कि जब प्यार तलवार से जीत जाए,
घृणा बढ़ रही है, अमा चढ़ रही है,
मनुज को जिलाओ, दनुज को मिटाओ!
दीये से मिटेगा न मन का अँधेरा,
धरा को उठाओ, गगन को झुकाओ!
Answers
Answered by
1
Answer:
this is your answer...
Attachments:
Answered by
0
please search it on google you will definitely get a good answer.
thank you
Similar questions