दिए गए संकेत - बिंदुओं के आधार पर लगभग 80-100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए : अंतरिक्ष में भारत के बढ़ते कदम संकेत - बिंदु
अंतरिक्ष में भारत का इतिहास विदेशी सहायता से उपग्रह भेजना
स्वदेशी यान से उपग्रह भेजना
स्वदेशी यान से विदेशी उपग्रह अतंरिक्ष में भेजना
निष्कर्ष । .
Answers
अंतरिक्ष में भारत के बढ़ते कदम
संकेत बिंदु:
अंतरिक्ष में भारत का इतिहास विदेशी सहायता से उपग्रह भेजना |
स्वदेशी यान से उपग्रह भेजना |
स्वदेशी यान से विदेशी उपग्रह अंतरिक्ष में भेजना |
निष्कर्ष |
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने वर्ष 1975 में भारत में निर्मित पहला उपग्रह आर्यभट्ट सोवियत यूनियन की सहायता से अंतरिक्ष में भेजा था | यह भारत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी परंतु इसमें एक विदेशी देश की सहायता ली गई थी |
इसके बाद भारत ने पीछे हट कर नहीं देखा वह स्वदेशी यान बनाया | जिसके द्वारा वर्ष 1994 में कोशिश की गई और दो नाकामियों के बाद फिर सफलता हासिल हुई और इसके बाद भारत ने एक के बाद एक कई उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे |
इसके बाद स्वदेशी यान से विदेशी उपग्रह को भी अंतरिक्ष में भेजना शुरू किया वह एक के बाद एक कई देशों के उपग्रह को अंतरिक्ष में भेज कर देश का नाम रोशन किया है |
निष्कर्ष: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने संपूर्ण विश्व में भारत का नाम रोशन किया है वह अंतरिक्ष में किए गए उत्कृष्ट कार्य से पूरे विश्व को हिला कर रख दिया है |