दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए:
(1) नर हो न निराश करो मन को
संकेत बिंदु
: सफलता का आधार - आत्मविश्वास
: संघर्ष में विजय असम्भव-संभव
: : लक्ष्य प्राप्ति का एकमात्र आधार
Answers
Answer:
नर हो न निराश करो मन को।
इस पंक्ति का अर्थ यह है कि हम मनुष्य है तो हम हमारे ही मन को क्यों भला निराश करें हमें खुद पर विश्वास रखना चाहिए खुद पर विश्वास रखना यानी कि आत्म विश्वास कहलाता है।अगर जीवन में हमें सफलता चाहिए हो तो हमें सदैव अपने आप पर आत्म विश्वास रखना चाहिए और मेहनत से कार्य करते रहना चाहिए जैसे कि इस बार मेरा दसवीं कक्षा का पेपर था मैं दसवीं कक्षा में थी मैंने मन लगाकर पढ़ाई की और पढ़ाई करने के बाद मैंने अपने आप पर आत्म विश्वास रखा कि मैं 91 से अधिक गुण लाऊंगी और कोई भी मुझे अगर पूछता कि तुम्हें कितने गुण मिलेगी तो मैं उन्हें यही जवाब देती कि 91 से अधिक भूल मुझे मिलेगी जाए फिर हो एक कान में पॉइंट एक हो या 93 हो या ९९ हो.लेकिन मुझे 91 से अधिक ही गुण मिले गए यही मेरा आत्मविश्वास था मुझे पता था कि मैंने पेपर अच्छे लिखे हैं और मुझे गुण भी अच्छे ही मिलेगी इसीलिए मैं सबको यह बता रही थी लेकिन अगर आप सिर्फ अपने आप पर आत्म विश्वास रखते और मेहनत कुछ भी नहीं करते तो यह बिल्कुल ही गलत बात है तो आपका आत्मविश्वास भी आपका साथ नहीं देगा इसी लिए मेहनत भी करो और साथ ही साथ अपने आप पर आत्म विश्वास भी रखो।
जीवन एक संघर्ष का मैदान है यहां हर मोड़ पर हर राह पर हमें हर किसी ना किसी से संघर्ष करना है कभी हमें अपनी जिंदगी से लड़ना है कभी पेपर से लड़ना है कभी अपने दिमाग से लड़ना है हर वक्त हमें यहां संघर्ष कर कर जीना है गरीब पेट पूजा भूख के लिए लड़ता है किसान अपने परिवार के लिए मेहनत दिन भर मेहनत कर लड़ता है बालक अपने परीक्षा में उत्तम गुण लाने के लिए लड़ता है इसी तरह हर इंसान जीवन में हर रोज अलग-अलग नए संघर्ष करता है मैदान पर हमारे बाउंड्री पर जो सैनिक है वह हमें बचाने के लिए वह संघर्ष करते हैं और हम भीतर सिर्फ और सिर्फ अपने लिए ही संघर्ष करते हैं। और यहकभी संभव नहीं कि संघर्ष करने के बाद हमें केवल जीत ही मिलेगी कभी कभी हमें हार भी मिल सकती है तो हमें सदैव प्रयत्न करते रहना चाहिए।अंत में संघर्ष करने वाले की जीत ही होती है हार तो केवल एक विश्राम है उस समय हमें अपने शरीर और दिमाग को विश्राम देखकर आकर्षित के बारे में सोचना चाहिए इस तरह हम हमारी समस्या के मैदान में जरुर सफल होगें
जीवन में लक्ष्य प्राप्ति का एकमात्र आधार है और वह संघर्ष मेहनत सफलता यही है।जब हम मन लगाकर मेहनत करते हैं तभी तो हमें सफलता मिलती है।लक्ष्य तो केवल हमारे जीने का आधार होता है अगर जीवन में कोई लक्ष्य ना हो तो जीवन निरागस लगता है। जीवन का महत्व ही नहीं रहता फिर हमें इसीलिए जीवन में एक लक्ष्य तो जरूर होना चाहिए और वह हमें अंत तक साथ ही करना चाहिए
इसी तरह हम ना रहे तो हमें हमारे मन को दुखी नहीं करना चाहिए सब के बारे में जीवन के बारे में और सारे जहां इंसान मनुष्य सब के बारे में अच्छा सोचना चाहिए इसी तरह मैं भी आपसे कहती हूं न हो तो निराश करो ना मन को मनुष्य हो तो मन को निराश मत करो क्योंकि आप सबसे समझदार हो इस पूरे ब्रह्मांड पृथ्वी पर सबसे समझदार इंसान ही होता है।
धन्यवाद
Explanation:
दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए:
(1) नर हो न निराश करो मन को
संकेत बिंदु
: सफलता का आधार - आत्मविश्वास
: संघर्ष में विजय असम्भव-संभव
: : लक्ष्य प्राप्ति का एकमात्र आधार