द)
एक ऐसी स्थिति का उदाहरण दीजिए जिसमें बल के कारण गतिज ऊर्जा में परिवर्तन नहीं
होता।
भनि स्थितिज ऊर्जा
Answers
Answer:
बनी स्थिती उर्जा जवाबदेही आपकाआप बहुत अच्छे से कोषण करते हो और आपने बहुत अच्छे से पुछा है मधला क्वेश्चन पूजा है और अपने एक करते के क्वेश्चन पुस्तक बोलते नाही
Explanation:
और और आपने सही जवाब दिया है ओके मी बातम्या इसका आंसर बताओ
गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) किसी पिण्ड की वह अतिरिक्त ऊर्जा है जो उसके रेखीय वेग अथवा कोणीय वेग अथवा दोनो के कारण होती है। इसका मान उस पिण्ड को विरामावस्था से उस वेग तक त्वरित करने में किये गये कार्य के बराबर होती है। यदि किसी पिण्ड की गतिज ऊर्जा E हो तो उसे विरामावस्था में लाने के लिये E के बराबर ऋणात्मक कार्य करना पड़ेगा।
गतिज ऊर्जा (रेखीय गति) = ½mv² ; m = द्रब्यमान, v = रेखीय वेग
गतिज ऊर्जा (घूर्णन गति) = (1/2) * I * w * w ; I = जडत्वाघूर्ण, w = कोणीय वेग गतिज उर्जा हर जगह भिन्न होती है प्रथ्वी में अलग प्रथ्वी के बाहर अलग होती है
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