History, asked by alokmittal77722, 4 months ago

दी गई पंक्तियों का एक उदाहरण देकर अर्थ स्पष्ट कीजिए।
"रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय।
टूटे ते फिर न जुरै, जुरै गाँठ परि जाय।।"​

Answers

Answered by DiptanilGogoi
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Answer:

रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय. टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय. अर्थ: रहीम कहते हैं कि प्रेम का नाता नाज़ुक होता है. ... यदि यह प्रेम का धागा एक बार टूट जाता है, तो फिर इसे मिलाना कठिन होता है और यदि मिल भी जाए तो टूटे हुए धागों के बीच में गाँठ पड़ जाती है.

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