Hindi, asked by rehankhan41600, 3 days ago

दोहा छंद की विशेषताएं लिखिए​

Answers

Answered by riddhinakhtore
6

Answer:

बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर।

पंथी को छाया नहीं, फल लागैं अति दूर।।

मुरली वाले मोहना, मुरली नेक बजाय।

तेरी मुरली मन हरे, घर अँगना न सुहाय॥

Explanation:

दोहा अर्द्धसम मात्रिक छंद है। यह दो पंक्ति का होता है इसमें चार चरण माने जाते हैं | इसके विषम चरणों (प्रथम तथा तृतीय) में १३-१३ मात्राएँ और सम चरणों (द्वितीय तथा चतुर्थ) में ११-११ मात्राएँ होती हैं। विषम चरणों के आदि में प्राय: जगण (।ऽ।) टालते है, लेकिन इस की आवश्यकता नहीं है। 'बड़ा हुआ तो' पंक्ति का आरम्भ ज-गण से ही होता है। सम चरणों के अंत में एक गुरु और एक लघु मात्रा का होना आवश्यक होता है अर्थात् अन्त में लघु होता है।

-उदाहरण

Answered by Ɍɛղgɔƙմ
8

Thanks for your question...

Your required answer :

  • दोहा एक लोकप्रिय मात्रिक छंद है जिसकी पहली और तीसरी पंक्ति में 13-13 मात्राएँ हैं और दूसरी और चौथी पंक्ति में 11-11 मात्राएँ।

Brainliest Please

Similar questions