Hindi, asked by lakshmit224, 8 months ago

दीजिए।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
[खण्ड 'क']
मानव-जीवन की सबसे बड़ी संपप्ति उसका अपना स्वारथ्य है। स्वस्थ रहकर ही मनुष्य अभीष्ट की प्राप्ति के साथ
[10]
अपने दायित्वों का निर्वाह और सांसारिक सुखों का उपभोग कर सकता है। उत्तम स्वास्थ्य समस्त इच्छाओं की पूर्ति
करने वाली 'कामधेनु' है, क्योंकि किसी इच्छा की पूर्ति के लिए आपको प्रेरणा की आवश्यकता होती है और यह
प्रेरणा मन तभी ग्रहण करता है, जब उसे यह दिखाई देता है किवह जिस शरीर में रहता है, वह स्वस्थ है ) वरचे
रहने पर ही मनुष्य दया, त्याग, परोपकार जैसे गुणों को धारण करके उनके अनुसार अपने आचरण को ढाल सकता
है। अशक्त एवं अस्वस्थ व्यक्ति चाहकर भी इन गुणों के समान अपने आचरण को आकार नहीं दे पाता। अतः इस
संसार में यदि भोग-उपभोग, उत्तरदायित्व व धर्म-कर्म का सही निर्वाह करना है, तो संयमित जीवनचर्या, पौष्टिक
भोजन, नियमित व्यायाम का भी सदैव ध्यान रखना चाहिए ) यह अवश्य याद रखना चाहिए कि इनके बिना आप
स्वस्थ नहीं रह सकते।
उत्तम स्वास्थ्य व्यक्ति के लिए किस प्रकार उपयोगी होता है?
समस्त इच्छाओं की पूर्ति करने वाली 'कामधेनू' किसे कहा गया है और क्यों? विचार करके लिखिए।
भोग-उपभोग, धर्म-कर्म, उत्तरदायित्व आदि के सही ढंग से निर्वा के लिए व्यक्ति को किन चीजों का ध्यान रखना
चाहिए?
अशक्त व अस्वस्थ व्यक्ति क्या नहीं कर सकता तथा क्यों?
अभीष्ट की प्राप्ति कब संभव होती है?
उपर्युक्त गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक दीजिए।
[खण्ड 'ख']​

Answers

Answered by isha6478
2

Explanation:

don't write big it's to difficult to read

Answered by aditya0557944
0

Answer:

please example in detail

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