Political Science, asked by bholusoniverma, 5 months ago


ख़ुद को इतना भी मत बचाया कर
बारिशें हो तो भीग जाया कर
दर्द सोना है दर्द मोती है
दर्द आँखों से मत बहाया कर
चाँद लाकर कोई नहीं देगा
अपने चेहरे से जगमगाया कर
धूप मायूस लौट जाती है
छत पे कपड़े सुखाने आया कr



Anonymous: wow! it's aarya

Answers

Answered by kanizeqaidemillat
1

Answer:

? it's a question or poem

Similar questions