Hindi, asked by google53, 11 months ago

दुख का अधिकार कहानी में लेखक ने जिंदा आदमी नंगा भी रह सकता है कहकर समाज पर क्या व्यंग किया है?

Answers

Answered by krishna221118kissu
7

Answer:

लेखक इस पंक्ति से यह कहना चाहते हैं कि जिंदा आदमी तो अपने लिए कुछ कर सकता है वह मजदूरी करके रह सकता है लेकिन मुर्दे को कपड़े पहना कर भेजना हमारी जिम्मेदारी है अथवा वह यह सब करने में सक्षम नहीं है इसलिए कवि ने मुर्दे को कपड़े पहनाने की बात कही है

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