'दुख का अधिकार' पाठ के आधार पर बताइए की , भगवाना की मां द्वारा लिए गए निर्णय से आप सहमत है, या असेहमत? तर्क सहित उत्तर दीजिए। Plz answer this question
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दुख का अधिकार' पाठ में खरबूजे बेचने वाली महिला की दुखी मनोदशा का ऐसा चित्रण करता है जो किसी भी संवेदनशील मनुष्य के हृदय को झकझोर जाता है। हमारे समाज में ऐसे व्यक्ति भी हैं जो संवेदनहीनता के कारण खरबूजे बेचने वाली जैसी दुखी बेवश और शोकसंतप्त के दुख को महसूस नहीं कर पाते हैं।
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