Hindi, asked by Anonymous, 15 days ago

दिल की भी हैं अपनी ही ग़ुस्ताख़ियाँ बड़ी, किसे कब क्यूँ चाहे कोई खबर नहीं।​

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Answered by 3895bittu
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दिल की भी हैं अपनी ही ग़ुस्ताख़ियाँ बड़ी, किसे कब क्यूँ चाहे कोई खबर नहीं। very nice

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