दिल्ली की जलवायु और केरल की जलवायु में इतना अंतर क्यों है
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दिल्ली और केरल की जलवायु में इतना अंतर इसलिए होता है क्योंकि दिल्ली की जलवायु विषम जलवायु श्रेणी में आती है जबकि केरल की जलवायु सम जलवायु की श्रेणी में आती है।
केरल की जलवायु सम जलवायु की श्रेणी में आती है। सम जलवायु समुद्र तटीय क्षेत्रों में पाई जाती है। सम जलवायु में ग्रीष्म ऋतु में ना तो अधिक गर्मी होती है और ना ही शीत ऋतु में अधिक ठंड पड़ती है। सम जलवायु क्षेत्रों में तापमान पूरे वर्ष भर लगभग समान रहता है। सम जलवायु क्षेत्र में वार्षिक ताप परिसर भी कम होता है और इन भागों में दैनिक तापर परिसर वार्षिक ताप परिसर से अधिक होता है। इन जलवायु क्षेत्र में वर्षा की मात्रा और अवधि भी अधिक होती है।
दिल्ली की जलवायु विषम जलवायु की श्रेणी में आती है। विषम जलवायु क्षेत्र समुद्र तटीय क्षेत्रों से दूर होते हैं। यह जमीनी भूभाग के आंतरिक क्षेत्र होते हैं। दिल्ली भी इसी विषम जलवायु क्षेत्र में आता है। इन क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु में बहुत अधिक गर्मी पड़ती है तथा शीत ऋतु में बहुत अधिक ठंड पड़ती है तथा वार्षिक ताप परिसर और दैनिक ताप परिसर दोनों अधिक होते हैं।इन क्षेत्रों में वर्षा की मात्रा और अवधि भी कम होती हैं।
यही कारण है कि दिल्ली और केरल की जलवायु में इतना अंतर पाया जाता है।
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Answer:
केरल की जलवायु सम हैं क्योंकिवह समुद्र के निकट हैं तथा दिल्ली की जलवायु नम है क्योकि यह समुद्र से पार है।