दिल से दिल कभी जुदा नहीं होते, यूं ही हम किसी पर फ़िदा नहीं होते, मोहब्बत से बढ़कर तो दोस्ती रिश्ता है, क्योंकि दोस्त कभी बेवफा नहीं होते
ok gud
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−4
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x+6=0
x
2
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x−
2
x+6=0
x(x−3
2
)−
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(x−3
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)=0
(x−
2
)(x−3
2
)=0
x=
2
,3
2
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दिल से दिल कभी जुदा नहीं होते, यूं ही हम किसी पर फ़िदा नहीं होते, मोहब्बत से बढ़कर तो दोस्ती रिश्ता है, क्योंकि दोस्त कभी बेवफा नहीं होते.
Good morning have a great day ahead..
Nice shayri avneet....
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