दो मित्र-जंगल में जाना-भालू का आना-एक मित्र का पेड़ पर में चढ़ जाना—दूसरे का जमीन पर लेटना-भालू का पास आना-कान सूंघना और चले जाना— दूसरे मित्र का पेड़ से उतरना—पूछना-भालू ने कान में क्या कहा? दूसरे मित्र का उत्तर--स्वार्थी मित्र से बचो-सीख।
Answers
Answer:
above I give the answer of your question
I hope it will help you
दिए गए मुद्दे पर कहानी निम्न प्रकार से लिखी गई है।
एक गांव में अजय व विजय दो गहरे मित्र रहते थे। एक बार वे दोनों अपने गांव से दूसरे गांव जा रहे थे। रास्ते में जंगल पड़ता था।
दोनों मित्र बातें करते करते जा रहे थे , इतने में पीछे से कुछ अाहट सुनाई दी। दोनों ने पीछे मुड़कर देखा तो दूर से एक भालू आता दिखाई दिया । वन में शांति थी इसलिए उन्हें दूर से ही किसी के आने की आहट सुनाई दी थी।
भालू को सामने आता देख विजय झट से पेड़ कर चढ गया। अब अजय रूआंसा हो गया क्योंकि उसे पेड़ पर चढ़ना नहीं आता था। उसे एक युक्ति सूची , वह जल्दी से आंख बंद करके जमीन पर लेट गया।
जब भालू अजय के पास आया तब उसने देखा कि अजय लेटा हुआ है , भालू ने अजय के कान के पास जाकर सूंघा , फिर लौट गया।
जब भालू चला गया तब विजय पेड़ से नीचे उतारा व अजय से पूछा कि भालू ने उसके कान में क्या कहा तो अजय ने कहा कि , " भालू ने कहा स्वार्थी मित्र से दूर रहो ।"
#SPJ2
शीर्षक : इस कहानी है उचित शीर्षक होगा ,
" स्वार्थी मित्र "
सीख : इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें विपत्ति में सदा दूसरो की मदद करनी चाहिए , स्वार्थी नहीं बनना चाहिए।