दो मित्रों के बीच कोरोना वायरस पर संवाद लिखे ।
Answers
★ प्रश्न ★
दो मित्रों के बीच कोरोना वायरस पर संवाद।
★ उत्तर ★
अशोक :- रमन, मित्र क्या बात हैं, इतने भयभीत क्यों
दिखाई दे रहे हों।
रमन :- मित्र, मुझे कोरोना का भय सता रहा है, हर
पल यही डर लगा रहता हैं कि कहीं ये मुझे न हो जाएं।
अशोक :- क्यों, इसमें डरने वाली क्या बात है? तुम्हें
नहीं पता इससे कैसे बचा जा सकता है।
रमन :- कुछ बातें तो जानता हूं फिर भी काफी बातों
से अनभिज्ञ हूं। क्या तुम इस बारे में मेरी कोई सहायता
कर सकते हो ?
अशोक :- हा - हा, क्यों नहीं। इतना तो तुम जानते हो
कि हमें बार-बार हाथ धोते रहना है एवं स्वच्छता को
बनाए रखना है। इसके अतिरिक्त अनावश्यक अपने
मुंह, नाक व आंखों को छूने से बचना है।
रमन :- हा और बाहर से कुछ सामान लाए जाने पर
उसे अच्छी तरह धोकर ही प्रयोग करना चाहिए। इसके
अलावा और क्या कर सकते हैं।
अशोक :- यदि किसी व्यक्ति को खांसी - जुकाम हो
रहा हो तो, ऐसे व्यक्ति से कम से कम 2 मीटर की दूरी
बनाए रखनी है। और यदि तुम्हें खांसी या जुखाम हो
तो हमेशा टिशु पेपर का प्रयोग करो व उसके उपरान्त
उसे किसी ढक्कनदार कूड़ेदान में फेंक दो और मुंह पर
मास्क लगाकर रखो और जब मास्को उतारो तुरंत
साबुन से धोकर धूप में सुखा लो। पशुओं से भी दूरी
बना कर रखो, चाहे वह पालतू हो या जंगली। बस
इतना ही करना है और घबराना बिल्कुल नहीं है।
रमन :- धन्यवाद मित्र, तुमने मेरी परेशानी दूर कर दी
है। अब मैं काफी तनाव रहित महसूस कर रहा हूं।
अशोक :- अच्छा मित्र, अब मैं चलता हूं। अपना
ख्याल रखना, और अपने आसपास सफाई भी रखना।
रमन :- हां मित्र धन्यवाद, तुम भी अपना ख्याल
रखना।
अशोक :- बाय!
रमन :- बाय! बाय!
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Answer:
कोरोना वायरस को लेकर दो मित्रों के बीच संवाद
(कोरोना वायरस को लेकर दो मित्रों अजय और मदन के बीच संवाद हो रहा है)
अजय : यार, यह कोरोनावायरस का प्रकोप तो बहुत ज्यादा फैल गया है, मुझे तो बड़ा डर लग रहा है।
मदन : हाँ, डरने की तो बात ही है। यह ऐसी महामारी है, जिसका अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। ऐसे में इस बीमारी से डरने वाली बात स्वभाविक है।
अजय : अब क्या होगा?
मदन : भले ही इसका इलाज नहीं है, लेकिन हम इस वायरस के संक्रमण को फैलने से तो बचा ही जा सकता हैं। किसी भी रोग को होने की नौबत ना आने देना यानि रोग से बचाव भी एक अच्छा उपाय है।
अजय : इसी कारण हमारे देश की सरकार ने लॉक डाउन किया था ताकि संक्रमण पूरे देश में ना फैल सके।
मदन : बिल्कुल सही हमारे देश में ही नहीं विश्व के अनेक देशों में लॉकडाउन चल रहा है। हालांकि कुछ देशों ने देर से लॉकडाउन आरंभ किया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।
अजय : परन्तु हमारे देश में तो एकदम सही समय पर लॉकडाउन का निर्णय ले लिया गया था।
मदन : बिल्कुल सही इसी कारण आज हमारे देश में कोरोना महामारी का संक्रमण इतने बड़े स्तर पर नहीं फैल पाया। लॉकडाउन करने का लाभ हुआ।
मदन : हां यही कामना है कि जल्दी से जल्दी यह बीमारी न केवल हमारे देश से बल्कि पूरे विश्व से समाप्त हो जाए ताकि हम लोग अपनी पहले वाली जिंदगी सकें और सब कुछ पहले की तरह ठीक हो जाए।
अजय : हाँ, हम अपने मकसद में कामयाब होंगे और कोरोना को हराकर ही दम लेंगे। मदन : हाँ, बिल्कुल! हम जरूर कामयाब होंगे।
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