ंदि मेंदनदहत व्यंग्य को स्पष्ट कीदजए –
“तमु परदेका महत्व ही नहीं जानते,हम परदेपर कुबागन हो रहेंहैं” |
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i sir not understand your question
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दि मेंदनदहत व्यंग्य को स्पष्ट कीदजए – “तमु परदेका महत्व ही नहीं जानते,हम परदेपर कुबागन हो रहेंहैं” | -
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