दिन भर दौड़-धूप कर के लेखक कहां से मिस्त्री ले आए
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दिन भर दौड़-धूप कर के लेखक पायधुनी से मिस्त्री ले आए।
उपुर्युक्त प्रश्न लेखक सत्यकाम विद्यालंकार जी की रचना " पूर्ण विश्राम " से लिया गया है।
- लेखक की तबीयत बिगड़ जाने के कारण वे डॉक्टर साहब के पास चेक अप के लिए गए, डॉक्टर साहब ने ब्लड प्रेशर चेक करके कहा कि घबराने की कोई बात नहीं ,2- 3 दिन दफ्तर से छुट्टी लेकर विश्राम करने के लिए बाहर कहीं हो आइए।
- यह सुनकर लेखक की श्रीमती जी बहुत प्रसन्न हुई क्योंकि अब उन्हें भी बाहर जाने का अवसर मिलेगा।
- घर आकर लेखक ने कहा कि तैयारी कर लो, दो दिन के लिए जुहू हो आते है।
- लेखक तथा उनकी पत्नी मोटर से जाने वाले थे इसलिए श्रीमतीजी ने उन्हें कामों एक सारणी बनाकर दे दी।
- गेरेज में पहुंचकर श्रीमती जी ने मोटर में हवा भरने की पिचकारी, ट्यूब वाल, रबर सॉल्यूशन, एक गैलन इंजन ऑयल आदि चीजें और भी लिखी थी।
- दिन भर दिन भर दौड़-धूप कर के लेखक पायधुनी से मिस्त्री ले आए।
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