Science, asked by uditkushwaha417, 6 months ago

दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न मिश्रणो को सूची बनाकर विलयन कोलाइड विलयन तथा निलंबन में वर्गीकृत करना​

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Answered by sojalverma16
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Answer:

समांगी (Homogeneous) तथा विषमांगी (Heterogeneous mixture) मिश्रणों के बीच के गुण वाला एक मिश्रण जिसके कण विलयन में समान रूप से फैले होते हैं, कोलाइडल विलयन कहलाते है. इन्हें कोलाइडल निलंबन (Colloidal Suspension) भी कहते है. कोलाइडल विलयन के कण निलंबन के कणों (Suspension particles) की अपेक्षा आकार में छोटे होने के कारण यह समांगी मिश्रण प्रतीत होते है, परंतु वास्तव में यह एक विषमांगी मिश्रण होते है. उदारण के लिए दूध, शेविंग क्रीम, जेल (jell), इत्यादि. कोलाइडी के कण निलंबन के कणों की अपेक्षा छोटे परंतु विलयन के कणों की अपेक्षा बड़े होते हैं, परंतु ये कण खुली आंखों से दिखाई नहीं देते हैं. लेकिन कोलाइडी विलयन के कण प्रकाश की किरण को फैला देते हैं, अर्थात जब प्रकाश की किरण एक कोलाइडी विलयन से गुजरती है, तो प्रकाश का पथ दृष्टिगोचर हो जाता है.

हालांकि कोलाइडी सिस्टम ठोस, तरल या गैस तीन मुख्य पदार्थों के किसी भी एक रूप में मौजूद हो सकता है. परन्तु एक कोलाइडल विलयन विशेष रूप से तरल मिश्रण को दर्शाता है. True solution और एक कोलाइडी विलयन के बीच मुख्य अंतर अनिवार्य रूप से कणों का आकार है. True solution में, जैसे कि नमक का पानी में सोडियम क्लोराइड के अणु पूरी तरह से पानी में घुल जाते है और यह विलयन बिना अलग हुए किसी भी झिल्ली के माध्यम से आसानी से गुजर सकता है. दूसरी तरफ, एक कोलाइडी विलयन में, कण बड़े होते हैं और विघटित नहीं होते हैं, बल्कि एक तरल पदार्थ में समान रूप से फैल जाते है और ये कण एक झिल्ली से पार नहीं हो पाते है जैसे की अन्य तरल पदार्थ से हो जाते है.

कोलाइड के गुण (Properties of a Colloid)

- कोलाइड एक विषमांगी (Heterogeneous)मिश्रण है.

- कोलाइड के कण इतने बड़े होते हैं कि वे प्रकाश को फैला देते हैं, जिससे प्रकाश का मार्ग दृष्टिगोचर हो जाता है.

- कोलाइडी विलयन को शांत छोड़ देने पर इसके कण तल पर नहीं बैठते हैं, अर्थात ये स्थाई होते हैं.

- कोलाइड के कणों को छानन विधि द्वारा पृथक नहीं किया जा सकता परंतु एक विशेष विधि अपकेन्द्रीकरण तकनीक (Centrifugal technique) द्वारा इन्हें पृथक किया जा सकता है.

कोलाइडी विलयन के घटक (Components of Colloidal Solution)

कोलाइडी विलयन के दो घटक हैं, ये घटक हैं परिक्षिप्त प्रवस्था (Dispersed phase) तथा परिक्षेपण माध्यम (dispersion medium). विलेय पदार्थ की तरह घटक परिक्षिप्त कण जो कोलाइडी रूप में रहता है उसे परिक्षिप्त प्रावस्था (Dispersed phase) तथा वह घटक जिसमें परिक्षिप्त प्रावस्था निलंबित रहता है उसे परिक्षेपण माध्यम (Dispersing phase) कहा जाता है.

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कोलाइड का वर्गीकरण (Classification of Colloids)

कोलाइडी को परिक्षेपण माध्यम (Dispersing medium) की अवस्था तथा परिक्षिप्त प्रावस्था (Dispersed phase) के आधार पर तीन रूप में वर्गीकृत किया जाता है. फोम, इमल्शन और सोल. उदाहरण एरोसोल (कोहरा, बादल, कुहासा, धुँआ, वाहन निथार (Automobile Exhaust)),फोम (शेविंग क्रीम, रबड़, स्पंज), इमल्शन (दूध, फेस क्रीम), सोल (मैग्नेशिया मिल्क, कीचड़), ठोस सोल (रंगीन रत्न पत्थर, दूधिया काँच) आदि.

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Answered by DevendraLal
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दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न मिश्रणो को सूची बनाकर विलयन कोलाइड विलयन तथा निलंबन में वर्गीकृत करना​

  • पानी में आटा,  विभिन्न तरल पदार्थ जिनकी आवश्यकता होती है  "अच्छी तरह से हिलना"  उपयोग करने से पहले"  हैं  निलंबन कहा जाता है।  गंदा पानी लिया गया  एक दलदल से एक और मॉडल।
  • कोलाइड्स में कुछ होते हैं  कण जो हैं  उनके बीच आधा  एक उत्तर में और वे में  निलंबन। मॉडल शामिल हैं  मूंगफली का मक्खन, हलवा, जेलो,  व्हीप्ड क्रीम, और यहां तक ​​कि धुंध!  
  • उस बिंदु पर जब पदार्थ टूटते हैं और आकार देते हैं  सजातीय संयोजन, मिश्रण है  उत्तर कहा जाता है। जो भी पदार्थ  अधिक मात्रा में घुलनशील के रूप में जाना जाता है।  दूसरे को विलेय के रूप में जाना जाता है (उदा। ठंडी चाय-अघुलनशील पानी है,  विलेय चाय का मिश्रण है)|
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