दुनिया की हर एक चीज़ हमें शिक्षा देती है। एक दिन मैं धूप में घूम रहा था। चारों तरफ़ बड़े-
बड़े हरे वृक्ष दिखाई देते थे। मैं सोचने लगा कि वह ऊपर से इतनी कड़ी धूप पड़ रही है, फिर
भी ये वृक्ष हरे कैसे हैं वे वृक्ष मेरे गुरु बन गए। मेरी समझ में आ गया कि जो वृक्ष ऊपर से
इतने हरे-भरे दिखते हैं, उनकी जड़ें ज़मीन में गहरी पहुंची है और वहाँ से उन्हें पानी मिल
रहा है। इस तरह अंदर से पानी और ऊपर से धूप, दोनों की कृपा से यह सुंदर हरा रंग उन्हें
मिला है । इसी तरह हमें अंदर से भक्ति का पानी और बाहर से तपश्चर्या की धूप मिले तो
हम भी पेड़ों जैसे हरे-भरे हो जाएँ। हम जान की दृष्टि से परिश्रम को नहीं देखते, इसलिए
उसमें तकलीफ मालूम होती है ऐसे लोगों को आरोग्य और ज्ञान कभी मिलने वाला नहीं।
प्रश्न
1.दुनिया की हर चीज़ हमें कैसे शिक्षा दे सकती है?
2.वृक्षों के हरे होने का लेखक को क्या कारण समझ में आया?
3. लेखक के लिए वृक्ष गुरु कैसे बन गए ?
4.मनुष्य का जीवन हरा-भरा कैसे हो सकता है?
प्रश्न 2)
आपने पिछले कार्यकाल के दौरान एक सहपाठी से एक महत्वपूर्ण पाठ्यपुस्तक उधार
ली थी। अब आप महसूस करते हैं कि आपका सहपाठी विदेश लौट आया है और आपके पास
अभी भी वह किताब है। क्षमा याचना करते हुए उसे एक पत्र लिखें।
गार्ग गत शब्दों को उनके अर्थ सहित लिखिए।
Answers
Answer:
जब तुम मेरे साथ रहती हो तो अकसर मुझसे बहुत-सी बात
पूछा करती हो और मैं उनका जवाब देने की कोशिश करता हूँ।
लेकिन अब, जब तुम मसूरी में हो और मैं इलाहबाद में, हम दोनों
उस तरह बातचीत नहीं कर सकते । इसलिए मैंने इरादा किया है
कि कभी- कभी तुम्हें इस दुनिया की और उन छोटे - बड़े देशों
की जो इस दुनिया में हैं, छोटी - छोटी कथाएँ लिखा करूँ। तुमने
हिंदुस्तान और इंग्लैण्ड का कुछ हाल इतिहास में पढ़ा है। लेकिन
इंग्लैण्ड केवल एक छोटा - टापू है और हिंदुस्तान, जो एक बहुत
बड़ा देश है, फिर भी दुनिया का एक छोटा - सा हिस्सा है। अगर
तुम्हें इस दुनिया का कुछ हाल जानने का शौक है, तो तुम्हें सब
देशों का और उन सब जातियों का जो इसमें बसी हुई हैं, ध्यान
रखना पड़ेगा, केवल उस एक छोटे - से देश का नहीं जिसमें तुम
पैदा हुई हो।
क) लेखक कहाँ से किसको पत्र लिख रहा है ?
ख). लेखक की पुत्री कहाँ पर हैं ?
ग) लेखक ने इंग्लैण्ड को क्या कहा है ?
घ) हिंदुस्तान कैसा देश है ?
ङ) दुनिया का हाल जानने के लिए किस बात की आवश्यकता है?
Answer:
- 2वृक्ष के हरे होने कारण समक्ष मै आ गया कि जो वृक्ष ऊपर से इतने हरे भरे हैं कि उनकी जड़ें जमीन से गहराई से पहुंचती हैं और वहां से इन्हें पानी मिलता रहा है इस तरह अंदर से पानी और ऊपर से धूप दोनों की कृपा से यह हरा रंग उन्हें मिला है