Hindi, asked by niraj1222002, 11 months ago

दुनिया सोचती थी पर दुनिया की जीभ जागती थी । नमक का दारोगा पाठ के आधार पर आशय सपषट कीजिए ।

Answers

Answered by shishir303
8

दुनिया सोती थी पर दुनिया की जीभ जागती थी। ‘नमक का दरोगा’ पाठ के आधार पर अगर कहे तो दुनिया वालों का काम है, हर किसी बात पर बोलना। जब तक वह किसी ना किसी घटना पर अपनी प्रतिक्रिया ना दे दें, लोगों को चैन नहीं आता। पंडित अलोपदीन रात में ही गिरफ्तार हुए थे और यह खबर जंगल में आग की तरह सब जगह पर फैल गयी। इस पर दुनिया जहान के लोग टीका-टिप्पणी करने से नहीं चूके। चाहे दिन हो या रात सबकी जुबां पर पंडित अलोपदीन की गिरफ्तारी की घटना की ही चर्चा थी।

◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌◌

Similar questions