Hindi, asked by nikhilshukla2297, 3 months ago

• दिनकर जी के अनुसार जिंदगी की दूसरी सूरत
क्या है ?

A.
गरीब आत्माओं की हमजोली बन जाना
8.0 निराश आत्माओं की हमजोली बन जाना
C.
हताश आत्माओं की हमजोली बन जाना
D.O दुखी आत्माओं की हमजोली बन जाना​

Answers

Answered by Anonymous
2

दूसरी \:  सूरत  \: यह  \: है  \: कि  \: उन \:  गरीब  \: आत्माओं  \: का \:  हमजोली  \\  बन  \: जाये  \: जो  \: न  \: तो  \: बहुत \:  अधिक \:  सुख \:  पाती \:  हैं  \: और   \\  न  \: जिन्हें \:  बहुत  \: अधिक  \: दुःख \:  पाने  \: का  \: ही  \: संयोग \:  है, \:  क्योंकि  \\  वे  \: आत्माएं  \: ऐसी \:  गोधूलि  \: में  \: बसती \:  हैं  \: जहाँ न  \: तो  \: जीत  \: हंसती \\  है \:  और  \: न  \: कभी \:  हार  \: के  \: रोने  \: की \:  आवाज  \: सुनाई \:  पड़ती  \: है।

hope it helps^_^

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