।
द्र
बूझत स्याम कौन तू गोरी
हाँ रहति काकी है बेटी, देखी नहीं कबहूँ
हे को हम ब्रज-तन आवति, खेलत रहति अ
नत रहतिं सवननि नंद ढोटा, करत फिरत माखन
तुम्हरो कहा चोरि हम लैहें, खेलन चलो संग
सूरदास प्रभु रसिक सिरोमनि, बातनि भुरई राधि
Answers
Answered by
14
Answer:
सूरदास जी ने। श्रीकृष्ण ने पूछा कि हे गोरी! तुम कौन हो? कहां रहती हो? किसकी पुत्री हो? हमने पहले कभी ब्रज की इन गलियों में तुम्हें नहीं देखा। तुम हमारे इस ब्रज में क्यों चली आई? अपने ही घर के आंगन में खेलती रहतीं। इतना सुनकर राधा बोली, मैं सुना करती थी कि नंदजी का लड़का माखन की चोरी करता फिरता है। तब कृष्ण बोले, लेकिन तुम्हारा हम क्या चुरा लेंगे। अच्छा, हम मिलजुलकर खेलते हैं। सूरदास कहते हैं कि इस प्रकार रसिक कृष्ण ने बातों ही बातों में भोली-भाली राधा को भरमा दिया।
Similar questions