दीर्घ उत्तराय प्रश्न
1. कविता में ईश्वर के किन गुणों का वर्णन है?
Answers
Answer:
कविता में कवि ईश्वर को चन्द्रमा की निर्मल किरणों के समान प्रकाशमान बता रहा है। सारी सृष्टि उसी की मनोहारिणी लीला है। ... आकाश में रात को दमकते असंख्य तारे उस ईश्वर के रात में दीपों से जगमगाते विशाल मंदिर का आभास कराते हैं। कवि ने ईश्वर को संपूर्ण प्रकृति को आनंदमय बनाने वाला तथा संपूर्ण सृष्टि का संरक्षक बताया है।♥️
Explanation:
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J. ssr♥️
ईश्वर ही अछूतों को ऊँचे पद पर आसीन करते हैं।
कवि ने ईश्वर को पतित पावन, भक्त वत्सल, दीनानाथ व उद्धारक कहा है। निम्न श्रेणी के लोगों को भी प्रभु ऊँचा कर देता है। वह अपने भक्तों पर दया करता है तथा उनका उद्धार कर देता है।
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हम आशा करते हैं कि आपको इस उत्तर से मदद मिली होगी।
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