दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
1. सुनामी लहरों का जनजीवन और प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता
है?
2. सुनामी लहरें कब-कब और कहाँ-कहाँ उठी थीं? एक तालिका बनाकर वर्षवार दर्शाइए।
Answers
१. सुनामी यानी कोस्टल वेव और हिंदी में इसका मतलब है समुद्र तटीय लहरें। सुनामी आने पर मुद्र की लहरों की गति 420 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो जाती है।
अपने रास्ते में आने वाले सभी जहाजों, नावों को यह तोड़ कर नष्ट कर देती है। जिस समुद्र में सुनामी आती है वहां पर समुद्र तट नष्ट हो जाते हैं, पेड़-पौधे टूट जाते हैं, मानव बस्तियां, मकान, इमारत, बंदरगाह नष्ट हो जाते हैं।
२. भूकंप की सुनामी लहरे आती है। इसके अलावा ज़मीन धंसने, ज्वालामुखी फटने, किसी तरह का विस्फोट होने और कभी-कभी उल्कापात के असर से भी सूनामी लहरें उठती हैं।
- 26 दिसंबर, 2004 को इंडोनेशिया में 8.9 तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिसके बाद समुद्र के भीतर उठी सुनामी ने भारत समेत कई देशों में भारी तबाही मचाई थी।
1) उत्तर: सुनामी एक प्राकृतिक आपदा है, जो जनजीवन को भयंकर दुखों तथा कष्टों के भॅवर में डाल देती है।
सुनामी एक ऐसी आपदा है जो समुद्र तल तथा तटीय इलाकों में भयंकर तबाही उत्पन्न करती है।
भूकंप की भयंकर सुनामी के द्वार तटीय इलाके के बड़े-बड़े शहर गाँव तहस-नहस हो जाते हैं और लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है।
2) उत्तर: दरअसल 26 दिसम्बर, 2004 को इंडोनेशिया के उत्तरी भाग में स्थित असेह के निकट रिक्टर पैमाने पर 8.9 तीव्रता के भूकंप के बाद समुद्र के भीतर उठी सुनामी ने भारत सहित कई देशों में भारी तबाही मचाई।
हिंद महासागर से उठी उग्र लहरों का पानी रात के अंधेरे में कई तटीय इलाकों में बसे रिहायशी क्षेत्रों में घुस गया।