दुर्जन की तुलना कवि ने किससे की है और क्यों?
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Answer:
प्रश्न 1.
साधु का स्वभाव किसके समान होना चाहिए और क्यों?
उत्तर
साधु का स्वभाव सूप के समान होना चाहिए, क्योंकि वह तत्त्व की बातों को ग्रहण करता है और व्यर्थ की बातों को छोड़ देता है।
प्रश्न 2.
मनुष्य की तुलना किस-किस से की गई है?
उत्तर
मनुष्य की तुलना काल के चबैना, पानी के बुलबुले, भोर के तारे, अनमोल हीरे और कच्चे घड़े से की गई है।
प्रश्न 3.
नदी और वृक्ष से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर
नदी और वृक्ष से परमार्थी होने की शिक्षा मिलती है।
प्रश्न 4.
आज का काम कल के लिए क्यों नहीं छोड़ना चाहिए?
उत्तर
आज का काम कल पर इसलिए नहीं छोड़ना चाहिए कि न जाने कल फिर समय मिले न मिले।
प्रश्न 5.
काँच के घड़े की तुलना शरीर से क्यों की गई है?
उत्तर
काँच के घड़े की तुलना शरीर से इसलिए की गई है कि दोनों ही नश्वर हैं। दोनों का अनिश्चित जीवन है।
साखियाँ दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
Plese make me brainliskt
Answer:
दुर्जन शीशे के समान होते हैं, इस बात को ध्यान से देख लो, क्योंकि दोनों ही जब सामने होते हैं तब तो और होते हैं और जब पीछ पीछे होते हैं तब कुछ और हो जाते हैं।