- दीर्थ उत्तरीय प्रश्न । प्रश्न 14-16) प्र-14. निम्नलिखित पद्यांश को एकपटक apani bassaa kaisa likha batao बहुत से मनुष्य वह सोच-सोचकर कि इस कमी नकलता का हाथों धीरे धकेल देते है। उनका मानसिक भाव सफलता हो कहाँ? यदि हमारा मन शंका और निराणा से भरा है तो हमारे काम की, विजय की उन्नति की कुजी तो अविचल प्रदाही है। उपर्युक्त पद्यांश का उचित शीर्थक लिखिए। उka उत्तर क्योकि क्योकि सफलता की पिजयी इस गद्यांश का अर्थ अपने सबdo ma likhna hai batao
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Answer:
11:1:14: प्रश्न अभ्यास कविता के साथ: 13
1. अंधकार की गुहा सरीखी
उन आँखों से डरता है मन
क) आमतौर पर हमें किन बातों से डर लगता है?
उत्तर: आमतौर पर हमें अपनों को खोने से, उनको किसी मुसीबत में देखना तथा किसी दुःख की स्थिति में पड़ने पर और किसी समस्या का हल नहीं मिलने पर आदि इन बातों से हमें डर लगता है।
ख) उन आँखों से किसकी तरफ ईशारा किया गया है?
उत्तर: उन आँखों से कविता में किसानों की दयनीय स्थिति तथा उनके द्वारा कठिनाइयों में बिताए जाने वाले जीवन और उनकी बेबसी, मजबूरी और लाचारी की तरफ और उनके जीवन में फैले अंधेरे की तरफ ईशारा किया गया है।
ग) कवि को उन आँखों से डर क्यों लगता है?
उत्तर: कवि को उन आँखों से डर इसलिए लगता है क्योंकि उसको उनमें जीवन में फैले हुए अंधेरे, इंसान की लाचारी, मजबूरी और कठिनाइयों से घिरा जीवन दिखता है।
घ) डरते हुए भी कवि ने किसानों की आँखों की पीड़ा का वर्णन क्यों किया है?
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