दुरस्त शिक्षा प्रणाली को प्रभावशाली बनाने के उपाय। 1000 words
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ǫᴜᴇsᴛɪᴏɴ →
दुरस्त शिक्षा प्रणाली को प्रभावशाली बनाने के उपाय। 1000 words
ᴀɴsᴡᴇʀ →
दूरस्थ शिक्षा की विशेषताएँ
- दूरस्थ शिक्षा में विद्यार्थी को नियमित तौर पर किसी संस्थान में जाकर पढ़ाई करने की जरूरत नहीं होती।
- सभी पाठ्यक्रमों के लिए क्लासों की संख्या तय होती है और देश भर के कई केन्द्रों पर उनकी पढ़ाई होती है।
- सूचना क्रांति और इन्टरनेट के कारण दूरस्थ शिक्षा और आसान एवं प्रासंगिक हो गयी है।
- विजुअल क्लासरूम लर्निंग, इंटरैक्टिव ऑनसाइट लर्निंग और वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए विद्यार्थी देश के किसी भी राज्य में रहकर घर बैठे पढ़ाई कर सकते हैं।
- विद्यार्थी अपनी आवश्यकता के अनुसार अपने पढ़ने की समय-तालिका बना सकते हैं।
- कम खर्चीली - दूरस्थ शिक्षा से पढ़ाई करने की फीस काफी कम है।
- सर्वसुलभ - विद्यार्थियों की संख्या की कोई सीमा नहीं
- काम (जॉब) करने के साथ-साथ पढ़ाई की जा सकती है।
- कम अंक आने पर भी मनपसंद कोर्स में दाखिला मिल जाता है।
- किसी भी कोर्स के लिए उम्र बाधा नहीं होती है।
- दूरस्थ शिक्षा में सबसे महत्वपूर्ण कार्य 'पाठ्य सामग्री तैयार करना' है। इसमें शिक्षक सामने नहीं होते। इसलिए पाठ्य सामग्री ही शिक्षक का काम करता है।
- साधारण कोर्स के साथ ही वोकेशनल कोर्स तथा प्रोफेशनल कोर्स भी दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से किये जा सकते हैं।
- आजकल दूरस्थ शिक्षा के द्वारा विद्यार्थी ग्रेजुएट, एमफिल, पीएचडी, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट आदि सभी कोर्स कर सकते हैं।
- मान्यता : पत्राचार से किए गए कोर्सों की मान्यता कहीं कम नहीं आंकी जाती। ये भी उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं जितने की रेग्युलर कोर्स।
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Answer:
When evil takes over the world, Lord Vishnu incarnates into the world as Shri Krishna for the protection of the righteous and the destruction of the wicked.
Final episode date: 5 October 1997
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