CBSE BOARD X, asked by ravinderkhatana165, 6 months ago

दूरस्थ तारों से मिलने वाले संकेत बहुत कमजोर होते है। यदि को
3.15 x 108J प्राप्त करता है, तो संसूचक द्वारा प्राप्त कोटानों की
में अणुओं के जीवनकाल का माप प्राय: लगभग नेनो सेकंड परास या
है। यदि विकिरण स्रोत का काल 2ns और स्पंदित विकिरण स्रोत के
है, तो स्रोत की ऊर्जा की गणना कीजिए।
तरंग दैर्घ्य जिंक अवशोषण संक्रमण 589 और 589.6mm पर
उत्तेजित अवस्थाओं के बीच ऊर्जा के अंतर की गणना कीजिए।
का कार्यफलन 1.9ev है, तो
करण की देहली तरंग दैर्घ्य (ख) देहली आवृत्ति की गणना की
f
तो निकले
Ah​

Answers

Answered by Ishika34358
1

Answer:

hi dear friend please follow me please please

Similar questions