) “दोस्त की ठोकर अविश्वास की खाई को और चौड़ा कर देती हैं ?"
Answers
Answered by
3
Answer:
लक्ष्मीबाई : नहीं मुंदर, नहीं। हम उनकी नींद हराम नहीं कर सकते। अब तो दुश्मन की ठोकरें ही उनको उस नींद से जगा सकती है। ... लक्ष्मीबाई : हाँ जूही, दोस्त की ठोकर अविश्वास की खाई को और भी चौड़ा कर देती हैं।
Similar questions