India Languages, asked by tappukumartappu, 1 month ago

दूसरो के दोष मत देखो​

Answers

Answered by rashmika59
0

Answer:

Yess hme apni andar ki buraiya dekhni chahiy dusro Ko nhi

Explanation:

waise krana kya haiii

Answered by itzPapaKaHelicopter
3

अक्सर लोगों को दूसरों के दोष तो दिखाई देते हैं लेकिन उनके गुण नहीं। यह प्रवृत्ति उचित नहीं है। वास्तव में दूसरों को गुणों को देखकर ही हम अपने अंदर के दोष दूर कर सकते हैं। सभी महापुरुष, समाज सुधारक, संत-महात्मा आदि ने यही उपदेश दिया है कि हमेशा दूसरों के गुण देख-सुनकर गुणवान बनो।

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