Political Science, asked by rajkumarirathore357, 11 months ago

दूसरे विश्व युद्ध के बाद चले शीत युद्ध के प्रति भारत की सोच को स्पष्ट कीजिए 4 marks according​

Answers

Answered by babitasingh2987
4

Answer:

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के काल में संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस के बीच उत्पन्न तनाव की स्थिति को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है। ... सन् 1991 में सोवियत रूस के विघटन से उसकी शक्ति कम हो गयी और शीतयुद्धकी समाप्ति हो गयी।

Answered by abhijitgupta2
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Explanation:

युद्ध की शुरुआत को आम तौर पर 1 सितम्बर 1939 माना जाता है, जर्मनी के पोलैंड के ऊपर आक्रमण करने और परिणामस्वरूप ब्रिटिश साम्राज्य और राष्ट्रमंडल के अधिकांश देशों और फ्रांस द्वारा जर्मनी पर युद्ध की घोषणा के साथ.[3][4] कई देश इस तारीख से पहले ही युद्धरत थे, अन्य घटनाओं के परिणामस्वरूप और कई जो शुरुआत में शामिल नहीं थे बाद में युद्ध में शामिल हो गए। युद्ध की कुछ मुख्य घटनाएँ हैं मार्को पोलो पुल हादसा (राष्ट्रवादी चीन और जापान के बीच लड़ा गया), ऑपरेशन बारबोसा (जर्मनी द्वारा सोविअत संघ पर आक्रमण) की शुरुआत और पर्ल हार्बर और ब्रिटिश औरडच कालोनियों पर दक्षिण पूर्व एशिया में हमला.

1945 में मित्र राष्ट्रों की विजय के साथ युद्ध समाप्त हो गया।सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका युद्ध के बाद दुनिया की महाशक्तियों के रूप में उभरे, जिससे शीत युद्ध की पृष्ठभूमि तैयार हुई, जो की अगले 45 वर्षों तक चली.संयुक्त राष्ट्र एक और ऐसे संघर्ष को रोकने की आशा में बनाया गया।आत्म निर्धारण की स्वीकृति ने एशिया और अफ्रीका में गैर उपनिवेशवाद आन्दोलनों को गति प्रदान की, जबकि पश्चिमी यूरोप स्वयं एकीकरण की ओर बढना शुरू हो गया।

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