देश की आजादी के संघर्ष में मन्नू भंडारी की सक्रिय भागीदारी को लेकर पिताजी के साथ उनका टकराव की स्थिति को अपने शब्दों में लिखिए
Answers
Answered by
1
Answer:
लेखिका के पिताजी लेखिका को समाज और देश के प्रति जागरूक तो बनाना चाहते थे परन्तु एक निश्चित सीमा तक। लेखिका का स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेकर भाषण देना, हाथ उठाकर नारे लगवाना, लड़कों के साथ सड़कों पर घूमना उन्हें पसंद नहीं था इस बात पर लेखिका और उनके पिता की वैचारिक टकराहट हो जाया करती थी।
Similar questions