देश की छवि सुधारने में मेरा योगदान | My contribution in improving country’s image | Desh ki chavi sudharey mein mera yogdan
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सर्वप्रथम हम ये चर्चा करेंगे कि ऐसी कौनसी बातें है जो भारत की छवि को धूमिल करती है| मेरे विचार में सर्वप्रथम यहाँ स्वच्छता का अभाव है| जब पर्यटक आते हैं तो वो ये महसूस करते है कि यहाँ सफाई व्यवस्था सुचारू नहीं है| अन्य समस्याओं में चोरी, लूटपाट और बलात्कार की घटनाएँ| यहाँ अशिक्षा, बालश्रम, भ्रष्टाचार और पर्यावरण को हानि पहुचाना भी मुख्य मुद्दे है| अब एक शिक्षित भारतवासी होने के नाते ये मेरा संकल्प है कि मैं स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनूंगा| हमेशा कचरापात्र का प्रयोग करूंगा| सार्वजनिक स्थानों को भी निजी स्थान की तरह प्रयोग करूंगा| जहा कहीं भी किसी को कचरा फैलाते हुए देखूंगा उन्हें कचरापात्र प्रयोग करने की सलाह दूंगा| मेरा अगला कदम होगा पर्यावरण की सुरक्षा| मैं वृक्षारोपण करूंगा और उनकी देखभाल करूंगा| मैं प्राकृतिक संसाधनों का समुचित सम्मान करूंगा; उन्हें बर्बाद नहीं करूंगा| मैं कहीं भी खुला नल दिखाई देने पर उसे बंद करके पानी की बर्बादी रोकूंगा| मैं ज्यादा से ज्यादा सायकिल का प्रयोग करूंगा| मैं अपना लाइसेंस न बनने से पूर्व वाहन नहीं चलाऊंगा| मेरा अगला योगदान होगा अपने मताधिकार का सही प्रयोग| १८ वर्ष की आयु पूर्ण होने पर मैं अपना मताधिकार कार्ड बनवाऊंगा| किसी प्रलोभन में आये बिना मैं सही प्रत्याशी को वोट दूंगा| मैं लोकतंत्र में अपनी आस्था रखूंगा| मैं बाल शिक्षा का कट्टर समर्थन करता हूँ और बाल श्रम का कट्टर विरोध| मैं आस-पास सबको शिक्षा का महत्व समझाऊंगा और उन्हें स्कूल जाने के लिए प्रेरित करूंगा| जब मैं स्वयं पूर्ण शिक्षित हो जाऊंगा तो निर्धन विद्यार्थियों को मुफ्त में कोचिंग दूंगा| मैं उनकी आवश्यकतानुसार आर्थिक सहायता भी करूंगा| मैं कभी भी भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करूंगा| जो भी भ्रष्टाचार करेंगे, उनके विरूद्ध शिकायत करूंगा| एक जागरूक नागरिक बनकर कालाबाजारी की रोकथाम करूंगा| अपने स्वार्थ के लिए किसी अन्य को नुकसान नहीं पंहुचाउंगा| आवश्यकता पड़ने पर मैं रक्तदान करूंगा| विद्यादान व रक्तदान को सर्वोत्तम माना गया है| भारत भूमि त्याग और तपस्या के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है|
इस प्रकार निष्कर्षत : ये कहा जा सकता है कि अगर संकल्प दृढ हो तो परिणति अवश्य होती है| अपने देश की छवि को निखारने व उच्चतम स्तर पर पहुचानें के लिए मैं यथाशक्य अपने संकल्पों को कार्यान्वित करूंगा| स्वयं को साध लेना ही अन्यजनों के लिए आदर्श उदाहरण है अत: मैं भारत की छवि सुधारने में अपना महती योगदान करूंगा|
याद है आपको जब महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। शायद कुछ लोगों को याद होगा और जिन्हें याद नहीं होगा उन लोगों को मैं याद दिलाना चाहूंगा, गांधी जी ने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें और इस सपने को साकार बनायें।
कुल मिलाकर सच्चाई यही है कि इस सपने को साकार बनाने के लिये देश और प्रदेश के युवा को आगे आना होगा और गांधी जी के सपने को हकीकत में बदलने का प्रयास करना होगा। वर्तमान समय में स्वच्छता हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। यह समय भारत वर्ष के लिए बदलाव का समय है, बदलाव के इस दौर में यदि हम स्वच्छता के क्षेत्र में पीछे रह गए तो आर्थिक उन्नति का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। साथ ही हमें इसे एक बड़े स्तर पर भी देखने की जरूरत है ताकि हमारे पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
साफ-सफाई केवल सफाई कर्मचारियों की ही जिम्मेदारी नहीं है, यह हम सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि हम अपने शहर और गांवों को साफ और सुरक्षित रखें। हमें यह नजरिया बदलना होगा और मैं जानता हूं कि इसे केवल एक अभियान बनाने से कुछ नहीं होगा। पुरानी आदतों को बदलने में समय लगेगा लेकिन यह इतना मुश्किल काम भी नहीं है। इस अभियान के जरिये “2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत उन्हें स्वच्छ भारत के रूप में सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि दे सके”।
अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस दुनिया भर में 12 अगस्त को मनाया जाता है। युवा किसी भी देश के विकास का मजबत आधार स्तंंभ होते हैं। राज्य सरकार युवाओं के भविष्य के निर्माण के प्रति समर्पित है। युवाओं को स्वच्छता अभियान को लेकर बड़ा परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिये देश-प्रदेश का युवा निम्न तरह की गतिविधियों के माध्यम से अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है :
● पर्यावरण को बचाने के लिये पेड़-पौधों और वृक्षारोपण करेंगे।
● शौचालय का प्रयोग करने के लिए लोगों में जागरूकता फैलायें।
● अपने आस-पास रखे कूड़ेदान का प्रयोग करने के लिये लोगों को बतायें।
● कॉर्टून और चित्रों के जरिये लोगों को स्वच्छता के सही मायने समझायें।
● स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिये लोगों को जागरूक बनाने का प्रयास करेंगे।
● गंदगी नहीं फैलाएंगे और ऐसा करने वालों को विनम्रता पूर्वक रोकने का प्रयास करेंगे।
● सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को स्वच्छता बनाये रखने संबंधी अभियान चलाएंगे।
● पान, गुटका और तम्बाकू जैसे उत्पादों का सेवन करने वालों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करेंगे।
● सरकारी संस्थानों, स्कूलों और घरों में स्वच्छता बनाये रखने के लिए लोगों को शिक्षित बनाएंगे।
● स्वच्छता के लिए नालियों की गंदगी, नदियों के आस-पास जमे कूड़े-कर्कट, सड़कों की सफाई करेंगे।
● संगीत, नाटक और स्वच्छता पखवाड़ा अभियान के जरिये लोगों को स्वच्छता के प्रति जिम्मेदार बनाएंगे।