Hindi, asked by DrSavage, 6 months ago

देश की सुरक्षा में एक वीर सैनिक का क्या काम है ?

5th std level. ​

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Answered by alenyadri
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Answer:प्रत्येक नागरिक के मन में अपने देश के लिए सर्वस्व अर्पण करने की भावना होनी चाहिए। उसमें मातृभूमि के ऋण को चुकाने के लिए बलिदान की भावना हो। इस उद्देश्य की प्राप्ति केवल सेना में भर्ती होकर सीमा सुरक्षा के द्वारा ही नहीं होती। बल्कि कई और तरीकों से भी अपनी योग्यता, रुचि और अभिरुचि के अनुरूप व्यक्ति देश केबहुमुखी विकास में योगदान दे सकता है। मेरा मन भी देश-प्रेम की भावना से ओत-प्रोत है और मैं अपनी योग्यता और कौशल के द्वारा देश को अपनी सेवाएं अर्पित करने की भावना रखता हूं। हर विद्यार्थी को चाहिए कि देश को आगे बढ़ाने के लिए अपने स्तर से कोई न कोई कदम उठाए। शिक्षा के प्रचार प्रसार के साथ - साथ नैतिक मूल्यों, सामाजिक उन्नति, अस्पृश्यता निवारण, अंधविश्वास एवं रूढि़यों की समाप्ति और राष्ट्रीय एकता पर बल देने की आवश्यकता है। किताबी अध्ययन के अलावा खेल तथा अन्य गतिविधियों पर भी जोर दिया जाना चाहिए। जब हमारे यहां के युवा स्वस्थ होंगे तो देश को गति मिलेगी। देश के प्रति अपने क‌र्त्तव्य और दायित्व का बोध किसी के द्वारा कराने की जरूरत नहीं होती बल्कि देश सेवा का जज्बा अंतरात्मा में होना चाहिए। देश की सुरक्षा में लगे जवानों के प्रति सभी में आदर भाव हो। जैसे कि जमशेद जी मानेकशॉ ने 1971 में भारत व पाकिस्तान के युद्ध में देश का मान बढ़ाया था। भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे। मानेकशॉ ने भारतीय सेना का नेतृत्व किया और भारत के पहले फील्ड मार्शल बनाए गए। अब बदलते जमाने में लोगों की मानसिकता विकृत हो गई है। देशसेवा की आड़ में लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए हैं। देश की रक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं। प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि अपने अगल बगल देश की एकता व अखंडता से जो खिलवाड़ कर रहें हों उन्हें बेनकाब करें। हम जिस स्तर पर हो वहीं से देशसेवा करें। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर भी देशसेवा कर सकते हैं। अक्सर हम अपने समाज में देखते हैं कि जिस परिवार का बेटा सेना में होता है उसे लोग सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। उसके प्रति हमारे अंदर स्वत: ही सम्मान की भावना जागृत हो जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे अंदर देशसेवा की भावना है। प्रत्येक विद्यार्थी चिंतन और आत्म मंथन करे कि जो देश की सीमा पर हमारे देश की रक्षा कर रहे हैं वह हमारे लिए आदरणीय हैं। वह अपने परिवार को छोड़कर बर्फ की पहाड़ियों पर खडे़ रहकर देश की रक्षा कर रहे हैं। विद्यार्थियों को अपने देश के वीर जवानों के प्रति सच्ची श्रद्धा रखनी चाहिए। जमशेदजी मानेकशॉ ने देश का जो मान बढ़ाया उसी का परिणाम है कि विश्व पटल पर आज भी हमारा देश गर्व कर रहा है। विद्यार्थियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें जब भी देशसेवा करने का मौका मिले उसे चूकना नहीं चाहिए।

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