देश में बढ़ते भ्रष्टाचार की ओर ध्यान दिलाते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखिए |
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दिल्ली: 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि “ना खाऊँगा और ना खाने दूँगा”. इसी मिशन के तहत सरकार ने अपनी ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. अभी हाल में ही भ्रष्टाचार में लिप्त कुछ अधिकारियों को ज़बरन रिटायरमेंट भी सरकार ने दिया था. बड़े अधिकारी अपना कारनामों को छिपाने में पिछले कई सालों से कामयाब होते रहे हैं. लेकिन अब मोदी सरकार के निशाने पर भ्रष्ट IAS, IPS और ऑल इंडिया सर्विसेज़ के अन्य अधिकारी हैं.
पिछले 3 साल में केन्द्र सरकार के DoPT मंत्रालय ने 18 IAS, 2 IPS और 3 IFoS अधिकारियों पर कड़ा एक्शन लिया है. इन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. 18 IAS अधिकारियों में से 16 के खिलाफ केन्द्र सरकार ने Prosecution की मंज़ूरी दी है, यानि उनके खिलाफ केस चलाया जा सकता है और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच भी होगी. यही नहीं 2 IAS अधिकारियों को नौकरी से भी बर्खास्त किया गया है. इन 2 IAS अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप थे.
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