देश में बढ़ते हुए भ्रष्टाचार पर दो नागरिकों के बीच एक संवाद लिखिए।
Answers
सौरभ – अरे कपिल! बड़े परेशान नज़र आ रहे हो|
कपिल – अरे, क्या बताऊँ मित्र, टेलीफ़ोन के दफ़्तर से आ रहा हूँ|
सौरभ – क्या हुआ, मुझे तो बताओ|
कपिल – इस माह हमारा टेलीफ़ोन का बिल पाँच हज़ार रूपये आ गया
था| उसी बिल को ठीक करवाने के लिए टेलीफ़ोन के दफ़्तर
गया था|
सौरभ – तो क्या उन्होंने बिल ठीक कर दिया?
कपिल – नहीं मित्र! बिल ठीक करवाने के लिए क्लर्क 500 रूपये की
रिश्वत माँग रहा है|
सौरभ – तुम बिलकुल मत देना| मेरे पास एक उपाय है जिससे हमारा
काम भी हो जाएगा तथा क्लर्क को रिश्वत लेने का दंड भी
मिलेगा|
कपिल – इसके लिए मुझे क्या करना होगा?
सौरभ – तुम्हें ‘सतर्कता विभाग’ की मदद लेनी चाहिए| वहाँ जाकर तुम
अपनी शिकायत दर्ज कराओ|
कपिल – चलो, ठीक है| हमें भ्रष्टाचार के विरुद्ध कदम तो उठाना ही
चाहिए|
सौरभ – हाँ मित्र! यदि हर नागरिक सतर्क हो जाए तो भ्रष्टाचार को जड़
से खत्म किया जा सकता है|