देशभक्ति वर मराठी त निबंध लिहा लवकर 1 ते 2 पेजेस चा निबंध लिहा
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Explanation:
देशभक्ति, देश के प्रति प्यार और सम्मान की भावना है। देशभक्त अपने देश के प्रति निःस्वार्थ प्रेम तथा उसपे गर्व करने के लिए जाने जाते हैं। दुनिया के हर देश में उनके देशभक्तों का एक समूह होता है, जो अपने देश के विकास के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। हालांकि, देशभक्ति की भावना हर क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ लोगों की बदलती जीवनशैली के कारण लुप्त होती जा रही है।
देशभक्ति का अनुभव स्थापित किया जाना चाहिए
अतीत में, विशेष रूप से ब्रिटिश शासनकाल के दौरान, कई लोग अपने देशवासियों के अंदर देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए आगे आए। देशभक्तों ने बैठकों का आयोजन किया तथा उनके आसपास के लोगों को प्रेरित करने के लिए भाषण देते हुए कई उदाहरणों का उपयोग किया। उसी प्रकार, जब बच्चे छोटें हो तभी से उनके अन्दर देशभक्ति की भावना पैदा की जानी चाहिए। स्कूलों और कॉलेजों में भी बच्चों के अन्दर अपने देश के प्रति प्यार और सम्मान की भावना को स्थापित करना चाहिए।
कई संस्थान 15 अगस्त और 26 जनवरी को समारोह एवं कार्यक्रम आयोजित करते हैं, उनमें देशभक्ति गीत गाए जाते हैं और उस दौरान देशभक्ति की भावना आसपास के पूरे देश को घेरी रहती है। लेकिन क्या यह असली देशभक्ति है? नहीं! ऐसा वातावरण सामान्य रूप से सदैव होना चाहिए ना कि केवल इन विशेष तिथियों के आसपास ही। तभी जाके ये भावनाएं हमेशा के लिए हर नागरिक के दिल में बैठ जाएगी।
वो देश निश्चित रूप से बेहतर हो जाता है, जहां के युवा अपने देश से प्यार करते है तथा उस देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में कार्य करते है।
निष्कर्ष
एक सच्चा देशभक्त वह है जो अपने देश की स्थिती सुधारने में जितना हो सके उतनी कड़ी मेहनत कर अपना पुर्ण योगदान दे सके। एक सच्चा देशभक्त न केवल अपने देश के निर्माण की दिशा में काम करता है बल्कि उसके आस-पास के लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करता है।
निबंध 2 (400 शब्द)
प्रस्तावना
देशभक्ति की भावना, देश के प्रति अत्यधिक प्रेम की भावना को परिभाषित करता है। अतीत में हमारे देश में कई देशभक्त थे और आज भी बहुत से देशभक्त मौजूद हैं। हालांकि, भारत के लोगों के बीच देशभक्ति की भावना विशेष रूप से ब्रिटिश शासनकाल के दौरान देखी गयी थी।
प्रसिद्ध भारतीय देशभक्त
यहां ब्रिटिश शासनकाल के दौरान कुछ सच्चे देशभक्तों पर एक नज़र –
शहीद भगत सिंह
भगत सिंह जी को एक सच्चा देशभक्त माना जाता है। उन्होंने हमारे देश को ब्रिटिश सरकार के गुलामी से मुक्त कराने के लिए स्वतंत्रता संग्रामों में भाग लिया और एक क्रांति शुरू की। वे अपने मिशन के प्रति इतने समर्पित थे कि उन्होंने मातृभूमि के प्रति अपने प्राण त्यागने से पहले एक बार भी नहीं सोचा। वे कई नागरिकों के लिए एक प्रेरणा साबित हुए।
सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चंद्र बोस जी को नेताजी के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने भारत को अंग्रेज सरकार के गुलामी से मुक्त कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम में मुख्य भूमिका निभाई और वे अपने मजबूत विचारधाराओं के लिए जाने जाते है। विभिन्न स्वतंत्रता आंदोलनों का हिस्सा होने के अलावा बोस जी अंग्रेजों को देश से बाहर निकालने में अन्य सेनानियों का भी साथ दिये, बोस जी ने हिंदू-मुस्लिम की एकता को भी बढ़ावा दिया।
बाल गंगा धर तिलक
बाल गंगा धर तिलक जी देशभक्ति की भावना से जुड़े हुए थे। उनका कहना था कि, “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा” इससे यह निर्धारित होता है कि वे कैसे ब्रिटिश शासकों के अत्याचारों से देश को मुक्त करने में सक्षम थे। तिलक जी ब्रिटिश सरकार के क्रूर व्यवहार की निंदा करते हुए भारत के नागरिकों के लिए स्वयं सरकार के अधिकार की मांग की।
मोहनदास करमचन्द गांधी
भारत में स्वतंत्रता संग्राम के प्रति उनका योगदान सभी के द्वारा जाना जाता है कि कैसे उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ अनेक स्वतंत्रता आंदोलनों का नेतृत्व किया है। वे "सादा जीवन उच्च विचार" के एक आदर्श उदाहरण है। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता का सपना देखा और उसे अद्वितीय तरीके से इसे प्राप्त करने की दिशा में कड़ी मेहनत की।.
सरोजनी नायडू
अपने समय की एक प्रसिद्ध गायिका सरोजिनी नायडू जी भी दिल से एक देशभक्त थी। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और देश को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने की दिशा में अपना योगदान भी दिया। इन्होंने नागरिक अवज्ञा आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके कारण उन्हें अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान फिर से इन्हें गिरफ्तार किया गया, परन्तु फिर भी इनके दिल से देशभक्ति की भावना नहीं मिटी।
निष्कर्ष
भारत के नागरिकों को जितना हो सके, देश की सेवा करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। नागरिकों के बीच देशभक्ति की भावना को उजागर करने के लिए सरकार, स्कूलों और अन्य संस्थानों को पहल करनी चाहिए।
Answer:
thank you for the above answer but it's too big