दाँतों के कार्य
1.
1.
2.
पिने नाम
कर्तन एवंदंशन करने वाले दाँत
चबाने एवं पीसने वाले दाँत
2.
चीरने व फाड़ने वाले दाँत
3.
पीसने वाले दाँत जो केवल वयस्कों में पाये जाते है। 4
3.
4.
दर्पण में देखते हुए अपने दाँतों की गणना कीजिए एवं अपने दाँतोंद
Answers
Explanation:
दाँत (tooth) मुख की श्लेष्मिक कला के रूपांतरित अंकुर या उभार हैं, जो चूने के लवण से संसिक्त होते हैं। दाँत का काम है पकड़ना, काटना, फाड़ना और चबाना। कुछ जानवरों में ये कुतरने (चूहे), खोदने (शूकर), सँवारने (लीमर) और लड़ने (कुत्ते) के काम में भी आते हैं। दांत, आहार को काट-पीसकर गले से उतरने योग्य बनाते हैं।
दाँत की दो पंक्तियाँ होती हैं,
जम्भिक या मैक्सिलरी (maxillar), ऊपर के जबड़े में,
चिबुक या मैंडिब्युलर (mandibular), निचले जबड़े में।
ऊपर का जबड़ा स्थिर रहता है और नीचे का सचल। खोपड़ी से मैंडिबुल को बाँधनेवाली पेशियों की सहायता से यह आगे पीछे तथा ऊपर नीचे चलकर काटने
Explanation:
दाँत (tooth) मुख की श्लेष्मिक कला के रूपांतरित अंकुर या उभार हैं, जो चूने के लवण से संसिक्त होते हैं। दाँत का काम है पकड़ना, काटना, फाड़ना और चबाना। कुछ जानवरों में ये कुतरने (चूहे), खोदने (शूकर), सँवारने (लीमर) और लड़ने (कुत्ते) के काम में भी आते हैं। दांत, आहार को काट-पीसकर गले से उतरने योग्य बनाते हैं।
दाँत की दो पंक्तियाँ होती हैं,
जम्भिक या मैक्सिलरी (maxillar), ऊपर के जबड़े में,
चिबुक या मैंडिब्युलर (mandibular), निचले जबड़े में।
ऊपर का जबड़ा स्थिर रहता है और नीचे का सचल। खोपड़ी से मैंडिबुल को बाँधनेवाली पेशियों की सहायता से यह आगे पीछे तथा ऊपर नीचे चलकर काटने