Hindi, asked by AnshKumari, 3 months ago

ठाउँ न रहत निदान, जियत जग में जस लीजै।
मीठे बचन सुनाय, विनय सबही की कीजै।
क. ठाउँ न रहत निदान का क्या अर्थ है?
ख. कवि ऐसा क्यों कह रहे हैं?​

Answers

Answered by Sasmit257
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Answer:

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Explanation:

  1. राम और लक्ष्मण ने एक बार भी पीछे मुड़कर नहीं देखा| उनकी नजर सामने थी| सूरज की चमक फीकी पड़ने लगी थी । शाम होने को आई| राजकुमारों के चेहरे पर थकान का कोई चिह्न नहीं था| उत्साह था| वे दिनभर पैदल चले थे और अभी और भी चलने को तैयार थे|
  2. एक दिन एक सियार का किसी गाँव से गुजरत्र - गाँव के बाजार के
  • पास लोगों को देखना • वहाँ दो तगड़े बकरों कीy आपस में लड़ाई होना • सभी
  • लोगों का जोर-जोर से चिल्लाना और तालियाँ बजाना • दोनों बकरों का बुरी तरह
  • से लहूलुहान होना और सड़क पर खून बहाना • इतना सारा ताजा खून देखकर
  • अपने-आप को न रोक पाना • खून का स्वाद लेने के लिए बकरों पर टूट पड़ना
  • सियार को देखकर बकरों के द्वारा अपनी शत्रुता भूल जाना • मिलकर सियार
  • पर हमला बोल देना • सियार को वहीं मार देना।
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