Hindi, asked by YashJaishwal139, 9 months ago

दिवाली पर एक कविता लिखें |​

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Answered by deepsen640
3

दीवाली हम सदा एसे मनाएं

कहा उस ने

आओ प्रिये दीवाली मनाएं

अपने संग होने की

खुशियों में समायें

आओ प्रिये दीवाली मनाएं

हाथ पकड़

दिए के पास लाई

जलाने को जो उसने लौ उठाई

तभी देखा

दूर एक घर

अंधेरों में डूबा था

बम के धमाके से

ये भी तो थरराया था

आँगन में उनके

करुण क्रन्दन का साया था

पड़ोस डूबा हो जब अन्धकार में

तो घर हम अपना कैसे सजाएँ

तुम ही कहो प्रिये

दीवाली हम कैसे मनाएं?

कर के हिम्मत उसने

एक फुलझडी थमाई

लाल बत्ती पे गाड़ी पोछते

उस मासूम की

पथराई ऑंखें याद आई

याचना के बदले मिला तिरस्कार

पैसों के बदले दुत्कार

घर में जब गर्मी न हो

वो पटाखे कैसे जलाये

जब है खाली उसके हाथ

हम फुल्झडियां कैसे छुडाएं ?

तुम ही कहो प्रिये

दीवाली हम कैसे मनाएं ?

जब खाया नही

तो दूध कहांसे आए

छाती से चिपकाये बच्चे को

सोच रही थी भूखी माँ

मिठाइयों की महक से

हो रही थी और भूखी माँ

खाली हो जब पेट अपनों के

कोई तब जेवना कैसे जेवे

अब तुम ही कहो प्रिये

दिवाली हम कैसे मनाएं?

भरी आँखों से

देखा उसने

फ़िर लिए कुछ दिए ,पटाखे मिठाइयां

संग ले मुझको

झोपडियों की बस्ती में गई

हमारी आहट से ही

नयन दीप जल उठे

पपडी पड़े होठ मुस्काए

सिकुड़ती आंतों को

आस बन्धी

अंधियारों में डूबा बच्पन

आशा की किरण से दमक उठा

अमावस की काली रात में

जब प्रसन्नता की दामिनी चमक उठी

तो अब आओ प्रिये

दीवाली हम खुशी से मनाये

सुनो न

दीवाली हम सदा एसे मनाएं

– रचना श्रीवास्तव

Answered by achulbul
10

Answer:

दीपावली का त्योहार आया,

साथ में खुशियों की बहार लाया।

दीपको की सजी है कतार,

जगमगा रहा है पूरा संसार।

अंधकार पर प्रकाश की विजय लाया,

दीपावली का त्योहार आया।

सुख-समृद्धि की बहार लाया,

भाईचारे का संदेश लाया।

बाजारों में रौनक छाई,

दीपावली का त्योहार आया।

किसानों के मुंह पर खुशी की लाली आयी,

सबके घर फिर से लौट आई खुशियों की रौनक।

दीपावली का त्यौहार आया,

साथ में खुशियों की बहार लाया।

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